पणजी। क्या आप सोच सकते हैं कि जिनके कंधों पर सुरक्षा की जिम्मेदारी है, वही अपहरण जैसा जघन्य अपराध कर सकते हैं। दरअसल ऐसा ही एक मामला गोवा से सामने आया है। उत्तरी गोवा के पेरनेम में फिरौती के लिए डेढ़ साल के बच्चे के अपहरण करने की कोशिश की गई। समय रहते अपहरण की कोशिश के आरोप में एक पुलिस कांस्टेबल और एक लाइफगार्ड को गिरफ्तार कर लिया गया है।
इस संबंध में पुलिस उपाधीक्षक जिवबा दलवी ने जानकारी दी, कि राज्य पुलिस की भारतीय रिजर्व बटालियन से संबद्ध कांस्टेबल निकेश चारी और ‘दृष्टि मरीन’ के ‘लाइफगार्ड’ संजय नार्वेकर को शनिवार के दिन करगाव से गिरफ्तार कर लिया गया है। दरअसल शुक्रवार रात को बच्चा अपने घर की गैलरी में खेल रहा था, तभी चारी और नार्वेकर दोनों ने ही उसे अगवा करने का प्रयास किया था। वारदात को अंजाम देने दोनों ही दोपहिया वाहन से वहां पहुंचे थे। चारी ने बच्चे को उठाया, इसी बीच बच्चे के दादा ने देखा तो शोर मचा दिया। शोर सुनकर पड़ोसी वहां पहुंच गए। उन्होंने चारी को पकड़ लिया, लेकिन तभी नार्वेकर घटनास्थल से भागने में सफल रहा। पुलिस उपाधीक्षक दलवी ने बताया कि महाराष्ट्र के सिंधुदुर्ग जिले में वेंगुर्ला के रहने वाले नार्वेकर को बाद में पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। पकड़े गए आरोपियों ने कुबूल किया है कि उनका इरादा बच्चे के मॉ-बाप से फिरौती बसूलने का था। आरोपियों के खिलाफ मामला पंजीबद्ध कर जांच शुरु कर दी गई है।