एक्ने एक आम स्किन प्रॉब्लम है, जिससे हर व्यक्ति का कभी न कभी सामना जरूर होता है। एक्ने, जिन्हें हम मुंहासे भी कहते हैं, स्किन के पोर्स डेड सेल्स और गंदगी से क्लॉक होने की वजह से होते हैं। वैसे तो ये खुद भी ठीक हो जाते हैं (Pimples Treatment), लेकिन कई लोगों में ऐसा देखा गया है कि पिंपल होते ही, वो उसे फोड़ना चाहते हैं। लेकिन आपको बता दें कि ये मामूली सी लगने वाली बात, आपके लिए कभी-कभी बड़ी परेशानी का सबब भी बन सकती है। इसलिए पिंपल को फोड़ना एक गलत फैसला हो सकता है (Harms of Popping Pimples)। ऐसा करने से इन्फेक्शन होने, चेहरे पर निशान और एक्ने और बढ़ने की समस्या भी हो सकती है।

आइए डॉ. रुबेन भसीन पसी (सी. के. बिरला हॉस्पिटल, गुरुग्राम के कंसलटेंट - डर्मेटोलॉजी) से जानते हैं कि पिंपल फोड़ना क्यों आपके लिए गलत फैसला साबित हो सकता है।

पिंपल क्यों नहीं फोड़ने चाहिए? (Why You Should Not Pop Pimple?)
और ज्यादा एक्ने होना
डॉ. पसी बताते हैं कि पिंपल फोड़ना भले ही इसे ठीक करने का आसान रास्ता लगता है, लेकिन हकीकत में ऐसा करने के कई नुकसान हो सकते हैं। पिंपल फोड़ने के कारण सूजन और इन्फेक्शन का खतरा बढ़ता है, क्योंकि पिंपल फोड़ते समय बैक्टीरिया, ऑयल और डेड सेल्स स्किन के और भीतर जा सकते हैं। इसके कारण उसी जगह नए पिंपल आने शुरू हो जाते हैं। इसके कारण ऐसा भी हो सकता है मुंहासों का आकार बढ़ जाए और उन्हें ठीक होने में और ज्यादा समय लगे।

निशान
मुंहासों को फोड़ने से निशान भी पड़ सकते हैं। जब आप मुंहासों को फोड़ते हैं, तो आप त्वचा के नीचे की टिश्यू को नुकसान पहुंचा देते हैं। इसके कारण वहां सूजन होने लगती है और इससे निशान भी पड़ सकते हैं, जो भले ही समय के साथ फीके पड़ सकते हैं, लेकिन कभी भी पूरी तरह से गायब नहीं होते हैं।

इन्फेक्शन का खतरा
पिंपल को फोड़ना हाथों में मौजूद बैक्टीरिया के लिए स्किन के अंदर जाने का खुला दरवाजा है। इसके कारण इन्फेक्शन हो सकता है और सिस्टिक एक्ने हो सकता है। इस एक्ने में ज्यादा दर्द होता है और ये ज्यादा समय लेते हैं ठीक होने में। कुछ मामलों में मुंह और नाक के बीच के हिस्से के पिंपल को फोड़ने से इन्फेक्शन शरीर के अन्य हिस्सों में भी फैल सकता है। संभावना ये भी रहती है कि इस रीजन में फोड़े गए पिंपल से हुआ इन्फेक्शन दिमाग तक भी पहुंच जाए।

तो, मुंहासों से कैसे निपटें?
अपना चेहरा धीरे से धोएं- अपने चेहरे को गुनगुने पानी से धोएं और एक हल्के क्लींजर का इस्तेमाल करें।
अपने हाथों को साफ रखें- अपने चेहरे को छूने से पहले हमेशा अपने हाथों को धोएं।
नॉन-कॉमेडोजेनिक उत्पादों का इस्तेमाल करें- ऐसे उत्पादों का इस्तेमाल करें, जो पोर्स को क्लॉग नहीं करते हैं।
टॉपिकल ट्रीटमेंट- सैलीसिलिक एसिड या बेनजॉइल परऑक्साइड का इस्तेमाल करें। ये एक्ने ठीक करने में काफी असरदार हैं।
सनस्क्रीन लगाएं- सूरज की किरणों से मुंहासों को बचाने के लिए सनस्क्रीन लगाएं।
डर्माटोलॉजिस्ट से सलाह लें- यदि आपके मुंहासों गंभीर हैं या आप उन्हें कंट्रोल नहीं कर पा रहे हैं, तो त्वचा के डॉक्टर से सलाह लें।